Gautam Buddha Updesh in Hindi :-
गौतम बुद्धा के जीवन से सीखे जाने वाले पाठ जो हमें जिंदगी में सफलता पाने में सहायता करेंगे – क्या आपको कभी इस बात को जानकर आश्चर्य हुआ है की गौतम बुद्धा की सभी मुर्तिया इतनी शांत, नम्र और हँसती हुई क्यों होती है? अच्छा चलो हम आपको बता ही देते है, क्योकि गौतम बुद्धा ने जिंदगी की सच्चाई को जानकर जिंदगी में खुश रहने के रहस्यों को उजागर किया था।
उन्होंने अपने में से स्वार्थ को बिल्कुल निकाल ही दिया था और वर्तमान समय की सुन्दरता में जीने लगे थे। हमें भी उन्ही की तरह शांत और नम्र रहना चाहिये, इसके लिये आपको उनके द्वारा बताये गए मार्ग पर ही चलना होंगा। आइये बुद्धा के कुछ विचारो को आज हम जानते है –
गौतम बुद्ध के ऐसे उपदेश जो बदल देंगे – Gautama Buddha Teachings In Hindi
बुद्ध पूर्णिमा का दिन इसलिए और भी ज्यादा खास है क्योंकि इसी दिन गौतम बुद्ध के जन्मदिन के साथ-साथ उन्हें ज्ञान की प्राप्ति एवं महापरिनिर्वाण भी प्राप्त हुआ था। ऐसा संयोग किसी महापुरुष के साथ दुर्लभ ही पड़ता है।
आपको बता दें कि सुख, शांति, दयाभाव एवं करुणा का संदेश देने वाले महात्मा गौतम बुद्ध का जन्म बुद्ध पूर्णिमा के दिन 563 ईसा पूर्व में हुआ था, इसके साथ ही इसी दिन 463 ईसा पूर्व में उन्हें देवरिया जिले के कुशीनगर में महापरिनिर्वाण प्राप्त किया था। इसके अलावा इसी दिन उन्हें पूर्णत: ज्ञान प्राप्त हुआ था और वे राजकुमार सिद्धार्थ से महात्मा गौतम बुद्ध बने थे।
बुद्ध पूर्णिमा को “वैशाख पूर्णिमा” भी कहा जाता है, क्योंकि इसे हिन्दी कैलेंडर के दूसरे महीने में मनाया जाता है। वैसे तो यह पर्व हर धर्म के द्धारा आजकल मनाया जाता है, लेकिन बौद्ध धर्म में इस पर्व का अपना एक खास महत्व है।
सत्य एवं अहिंसा को अपने जीवन का आधार मानने वाले एवं बौद्ध धर्म के प्रवर्तक गौतम बुद्ध एक अध्यात्मिक नेता थे, जिनके महान विचारों, उपदेशों एवं शिक्षाओं के बल पर ही बौद्ध धर्म की नींव रखी गई थी।
सिद्धार्थ नाम के एक राजकुमार के रुप में जन्में गौतम बुद्ध को बचपन में उनके पिता ने संसारिक दुखों और कष्टों से दूर रखा था, क्योंकि गौतम बुद्ध के बचपन में किसी महान विद्धानी पंडित ने यह भविष्यवाणी कर दी थी कि वे या तो एक महाप्रतापी एवं ज्ञानी राजा बनेंगे या फिर एक ऐसे आध्यात्मिक गुरु एवं नेता बनेंगे जिन्हें युगों-युगों तक पूजा जाएगा।
पंडित की भविष्यवाणी सुनने के बाद उनके पिता ने कई सालों तक राजकुमार सिद्धार्थ को धार्मिक और संसारिक ज्ञान से दूर रखा एवं उन्हें दुख, दर्द, मृत्यु, बीमारी, कष्टों के बारे में कोई भी विचार नहीं सुनने देते थे।
यहां तक की उन्हें राजमहल से भी बाहर निकलने की भी अनुमति नहीं थी, लेकिन एक बार सिध्दार्थ के जिद करने पर जब उन्हें शहर के दर्शन के लिए ले जाया गया तो तब उन्होंने एक असहाय बुजुर्ग, रोगी एवं एक मृत शरीर को देख लिया, जिसे देख उनका मन व्याकुल उठा और उन्होंने अपने सारे राजसुख और संसारिक मोह-माया को त्याग दिया और आत्म ज्ञान और आत्मचिंतन के लिए निकल पड़े और फिर कई सालों की कठोर तपस्या से बाद उन्हें बुद्ध पूर्णिमा के दिन परम ज्ञान की प्राप्ति हुई।
फिर बाद मे गौतम बुद्ध के उपदेशों और उनकी शिक्षा पर आधारित दुनिया के सबसे बड़े धर्मों में से एक बौद्ध धर्म की स्थापना की गई। तो आइए जानते हैं गौतम बुद्ध के द्धारा दिए गए महान उपदेश और प्रभावी विचार (Bhagwan Buddha ke Updesh) जिन्हें अपनाने से परम सुख की प्राप्ति होती है और मन को अटूट शांति मिलती है –
गौतम बुद्ध के उपदेश – Gautam Buddha Updesh in Hindi
सत्य और अहिंसा को अपने जीवन का आधार मनाने वाले और बौद्ध धर्म के प्रवर्तक गौतम बुद्ध ने लोगों को सच्चाई के मार्ग पर चलने की शिक्षा दी और जीवों की दया करने के लिए कहा एवं पशुबलि की जमकर निंदा की। महात्मा गौतम बुद्ध के कुछ उपदेश (Mahatma Budh ki Shiksha) इस प्रकार है –
1. वर्तमान को बताया मनुष्य के खुशी का रास्ता:
महात्मा गौतम बुद्ध ने अपने उपदेशों में कहा है कि मनुष्य को अपने भूलकाल अर्थात अपने बीते कल के बारे में नहीं सोचना चाहिए और न ही भविष्य की चिंता करनी चाहिए, बल्कि मनुष्य को अपने आज यानि की वर्तमान को सुनहरा बनाने के लिए अपना बेस्ट देना चाहिए, तभी वे अपने जीवन में सुखी रह सकते हैं।
2. क्रोध को बताया मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु:
महात्मा बुद्ध के मुताबिक क्रोध मनुष्य का सबसे बड़़ा शत्रु होता है, क्योंकि जिस इंसान को अपने गुस्से पर नियंत्रण नहीं होता, वह कई बार ऐसे फैसले ले लेता है, जिसका सबसे ज्यादा नुकसान उसको ही होता है, इसलिए मनुष्य को अपने क्रोध पर काबू करना चाहिए।
3. संदेह और शक की आदत सबसे ज्यादा भयानक:
जाहिर है कि शक और संदेह के चलते न जाने कितने रिश्ते टूट जाते हैं और परिवार बिखर जाते हैं। इसलिए शकी लोगों को महात्मा गौतम बुद्ध के इस उपदेश पर जरूर ध्यान देना चाहिए, गौतम बुद्ध जी ने कहा है कि संदेह और शक की आदत सबसे ज्यादा खतरनाक एवं भयानक होती है, इससे बुरा कुछ और नहीं होता, क्योंकि अगर किसी के मन में शक पैदा हो जाए तो चाहकर भी इसे दूर नहीं किया जा सकता है और इसका सीधा असर रिश्तों पर पड़ता है, इसलिए मनुष्य को शक या संदेह नहीं करना चाहिए।
4. खुद पर जीत प्राप्त करना है जरूरी:
महात्मा बुद्ध ने अपने इस उपदेश में बताया कि मनुष्य चाहे हजारों लड़ाइयां ही क्यों न लड़ लें लेकिन जब तक वह खुद पर जीत हासिल नहीं करता, तब तक उसकी सारी जीत बेकार हैं। इसलिए खुद पर विजय प्राप्त करना ही मनुष्य की असली जीत है।
5. सूर्य, चंद्र और सच कभी नहीं छिपते:
गौतम बुद्ध ने कहा कि सूर्य, चन्द्र और सच कभी नहीं छिपा सकते हैं।
6. लक्ष्य को पाने से अच्छा है यात्रा अच्छी होनी चाहिए:
गौतम बुद्ध ने अपने उपदेश में कहा है कि मनुष्य को अपने मंजिल की प्राप्ति हो या न हो, लेकिन मंजिल के दौरान की जाने वाली यात्रा अच्छी होना चाहिए।
7. बुराई को सिर्फ प्रेम से ही जीता जा सकता है:
गौतम बुद्ध ने अपने उपदेश में कहा कि, बुराई को कभी बुराई से खत्म नहीं किया जा सकता है बल्कि इसे सिर्फ प्रेम से ही जीता जा सकता है।
8. खुशियां को जितनी बांटोगे, उतनी ही बढे़ंगी:
महात्मा बुद्ध के मुताबिक जिस तरह एक जलता हुआ दीपक हजारों दीपक जलाकर प्रकाश फैला सकता है, और उसकी रोशनी कम नहीं होती, उसी तरह खुशियां भी सबसे साथ बांटने से बढ़ती हैं।
इसके अलावा भी बौद्ध धर्म के प्रवर्तक गौतम बुद्ध ने कई ऐसे उपदेश दिए जिन्हें अगर मनुष्य अपने जीवन में अपना ले तो वह खुशीपूर्वक अपनी जिंदगी का निर्वहन कर सकते हैं और अपनी जिंदगी में सफल हो सकता है।
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